छत्तीसगढ कौशल न्युज रायपुर:- मामला हैं राष्ट्रीय राज मार्ग 53 के समीपस्थ स्थित ग्राम बैहार के आश्रित ग्राम घुमराभाठा का जो नगर पालिका ...
छत्तीसगढ कौशल न्युज
रायपुर:- मामला हैं राष्ट्रीय राज मार्ग 53 के समीपस्थ स्थित ग्राम बैहार के आश्रित ग्राम घुमराभाठा का जो नगर पालिका परिषद आरंग में विलय होने के बाद वार्ड क्रमांक 16 और 17 में विरक्त कर दिया गया है जहां दिनांक 18.05.2020 से लेकर अब तक कई बार मौखिक एवं लिखित शिकायत करने पर भी अभितक अतिक्रमण के विरुद्ध कार्यवाही होना तो दूर की बात पटवारी प्रतिवेदन,जांच रिपोर्ट , पंचनामा रिपोर्ट बनाने में असमर्थ दिखाई पड़ रही हैं।
तहसीलदार ने पटवारी को दिए अतिक्रमण जांच रिपोर्ट देने के आदेश अतिक्रमणकारी के प्रभाव में आकर नहीं दे पा रहीं हैं पटवारी जांच प्रतिवेदन जिसकी शिकायत कलेक्टर कार्यालय रायपुर में किया गया है जहां एक ओर ग्राम पंचायत बैहार जब अस्तित्व में था तब अपने उत्कृष्ट कार्यों के प्रदर्शन के लिए दो–दो बार राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान प्राप्त कर चुकीं वहीं दूसरी ओर नगर पालिका परिषद में मर्ज होने के बाद नहीं हों पा रहा हैं छोटे – छोटे समस्याओं का निराकरण
गौरतलब हैं की अतिक्रमणकारी द्वारा घुमराभाठा खसरा नं.60 में लगभग 10 एकड़ शासकीय भूमि में अतिक्रमण किया गया हैं जिसका दिनांक 17/10/2024 को दोपहर लगभग 1:30 बजे स्थल जांच हेतु सूचना जारी कर हलका पटवारी सरिता ध्रुव के द्वारा फर्जी सूचना पत्र के माध्यम से 11 तात्कालिक पंच एवं पूर्व सरपंच को सूचना दिया गया है, सूचना पत्र में दिन तिथि समय उल्लेखित नहीं होने से शिकायतकर्ता हेमन्त कुमार साहू, नारद प्रसाद साहू तथा शेखर लाल साहू द्वारा पुनः दिन तिथि समय निर्धारित कर संवैधानिक नियमों के परिपालन में पुनः सूचना जारी करने का निवेदन करते हुए इसकी शिकायत कलेक्टर कार्यालय के टोल फ्री नंबर में किया गया। बावजूद इसके पटवारी सरिता ध्रुव द्वारा दूरभाष के माध्यम से तहसीलदार सीता शुक्ला जी उपस्थित रहेंगे करके सरपंच एवं शिकायतकर्ता गणों को दृगभ्रमित कर बुलाया गया। तहसीलदार सीता शुक्ला जी मौके पर उपस्थित भी हुईं थी। किंतु तहसीलदार के जाते ही योजनाबद्ध तरीके से पटवारी सरिता ध्रुव के द्वारा पूर्व सरपंच तथा उनके परिवार को पंचनामा में हस्ताक्षर करने के बहाने से रुकने को कहा गया फिर अतिक्रमणकारी सहित पूरा परिवार सरपंच एवं उनके परिवार के ऊपर मारपीट करने लगा अभद्र अश्लील गाली देते हुए जातिगत मामले में फसा देने व छेड़खानी का आरोप लगाने का धमकी दिया गया, सरपंच के दोनों पुत्र हेमंत साहू, वासुदेव साहू, एवं पूर्व सरपंच नारद प्रसाद साहू घायल हों गए और वहाँ से उनको जाना पड़ा उक्त घटना का पूर्व उप सरपंच नंद कुमार यादव सहित शेखर साहू, किशन भारद्वाज, विकास मानिकपुरी साक्षी हैं,आरंग प्रशासन चुपचाप मौन बैठे देखते रहीं इसकी लिखित एवं मौखिक शिकायत तथा सुरक्षा व्यवस्था का मांग पूर्व में भी आरंग प्रशासन से किया गया था। किंतु हमारे अनुरोध को नहीं सुना गया। ऐसे में आरंग प्रशासन संदेह के घेरे में हैं उनकी कार्य शैली और भूमिका पर सवाल उठती हैं
क्या? आरंग प्रशासन द्वारा अतिक्रमणकारियों तथा अपराधिक गतिविधि विचारधारा के व्यक्तियों को सह दिया जा रहा है क्या? जनता से चुने हुये जनप्रतिनिधियों एवं उनके परिवार की आत्मरक्षा की जवाबदारी खुद की है, आरंग प्रशासन की जनप्रतिनिधि एवं उनके परिवार कि सुरक्षा व्यवस्था की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती है क्या? अतिक्रमण हटना केवल जनता के चुनें हुऐ जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है प्रशासन की इसमें कोई जिम्मेदारी नहीं बनती है। जनप्रतिनिधि एवं उनके परिवार के लोग असुरक्षित है। क्या? ऐसे में जनता अपने आपको सुरक्षित महसूस कर पाएगी।
पूर्व सरपंच श्रीमती गीता साहू के कार्यकाल में ग्राम पंचायत बैहार को उत्कृष्ट कार्यों के प्रदर्शन के लिऐ राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिलना महज़ एक दिखावा हैं, की इसका भी कोई नैतिक मूल्य होता है भारत सरकार द्वारा प्राप्त सम्मान का आरंग प्रशासन द्वारा कितना आदर किया जाता हैं ये विचार करने योग्य बात हैं। राष्ट्रीय स्तर पर अपने पंचायत को पहचान दिलाने वाली सरपंच एवं उनके परिवार को इंसाफ के लिए भटकना पड़ रहा हैं तो ऐसे में राष्ट्रीय पुरुस्कार के प्रतीक चिन्ह को तलाब में विसर्जन करने की अनुमति प्रदान करने का आग्रह पूर्व सरपंच द्वारा किया गया हैं।
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