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कबीर आश्रम मंदरौद में हुआ गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन, कबीर मेला प्रवेश द्वार का उदघाटन

    गुरु ज्ञान के पुंज, अंतसमन मे करते है उजाला: पांडेय छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज  कुरुद:- रविवार को ग्राम मंदरौद के कबीर आश्रम में मानव सेवा शिक...

    गुरु ज्ञान के पुंज, अंतसमन मे करते है उजाला: पांडेय

छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज 

कुरुद:- रविवार को ग्राम मंदरौद के कबीर आश्रम में मानव सेवा शिक्षा संस्थान के तत्वाधान में गुरु पूर्णिमा महोत्सव के अवसर पर नवनिर्मित प्रवेश द्वार का उदघाटन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ तदुपरांत मंचीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में संत श्री परीक्षा राव अयोध्या उ.प्र. के आशीर्वाद और संतो के सानिध्य में संगोष्ठी सम्पन्न हुआ।

         मुख्य अतिथि राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त अजजा आयोग उपाध्यक्ष सुश्री राजकुमारी दीवान थी। अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष कांति सोनवानी ने की।विशिष्ट अतिथि जनपद अध्यक्ष श्रीमति शारदा साहू, प्रदेश विधि विभाग उपाध्यक्ष अधिवक्ता रमेश पांडेय,पूरनदास मानिकपुरी,सन्तोष प्रजापति, मुकेश कश्यप,लव चन्द्राकर,देवचरण साहू,प्रदीप साहू व छत्तीसगढ़ राज्य से पधारे सन्तो में विजेंद्र साहेब भिलाई,रविकर साहेब धमतरी, घनश्याम साहेब,हेमेंद्र साहेब,सत्यम साहेब मंदरौद ,साध्वी विवेक साहेब नगरी, साध्वी राधा साहेब करेली, मनीप्रभा डाभा, उपकार, दिव्या साहेब कोरबा,कार्यक्रम में उपस्थित हुए।

                 कार्यक्रम में भजन मंडली एम. एस .मानिकपुरी द्वारा कबीर साहेब जी के प्रेरणा भरे भजनों से सबको मंत्र मुग्ध कर दिया।तदुपरान्त संत गुरुओं ने गुरु का जींवन में महत्व पर प्रकाश डालते हुए जींवन में गुरु के संदेशों को आत्मसात करने की बात कही। अतिथियों ने अपने उदगार में संत कबीर जी के सन्देशो का वर्णन करते हुए जींवन में सदमार्ग को अपनाने पर जोर दिया।मुख्य अतिथि सुश्री दीवान ने सन्तो की वाणी को जींवन में आत्मसात करने की बात कही। अध्यक्षता कर रही श्रीमती सोनवानी ने गुरु व ज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला।विशिष्ट अतिथि श्रीमति साहू ने कबीर साहेब जी के जींवन व उनके विचारो को आत्मसात करने की बात पर बल दिया।श्री पांडेय ने गुरु व ज्ञान की महत्ता व जींवन में इसके प्रभाव का वर्णन किया। उन्होंने कहा गुरु ही हमारे जीवन मे एक सच्चे मार्गदर्शक व पथ प्रदर्शक होंते है।जो अंधकार को जींवन से दूर प्रकाश पुंज के रूप में आत्म ज्ञान के माध्यम से जींवन को सुधारते है। शिक्षक मुकेश कश्यप ने जींवन में ज्ञान के महत्व व गुरु की महिमा का वर्णन कबीर जी के दोहों का वर्णन करते हुए वर्णित किया व जींवन को सार्थक बनाने के लिए सकारा त्मक सोच के साथ आगे बढ़ने पर बल दिया।इसी तरह अन्य अतिथियों ने भी अपने विचार प्रकट किए। मंच सञ्चालन नारायण साहू गुरुजी सेलदीप व आभार घनश्याम साहेब ने किया।

          इस दौरान बड़ी संख्या में संत गुरुजन, आमजन सहित क्षेत्रवासी उपस्थित थे।

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