Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

ब्रेकिंग :

latest

कृषि उपज मंडी में ग्रीष्मकालीन फसल की बंपर आवक से व्यवस्था गड़बड़ाई.....मंडी सचिव के छवि को धूमिल करने का हो रहा प्रयास

छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज सत्यनारायण पटेल भाटापारा :- छत्तीसगढ़ प्रदेश में सबसे बड़े कृषि उपज मंडी के नाम से अपनी पहचान बना चुकी मंडी में प्रदे...


छत्तीसगढ़ कौशल न्यूज

सत्यनारायण पटेल भाटापारा :- छत्तीसगढ़ प्रदेश में सबसे बड़े कृषि उपज मंडी के नाम से अपनी पहचान बना चुकी मंडी में प्रदेश के अधिकांश जिलो से कृषक अपनी कृषिउपज को बेचने इस आशय से आते हैं की इस मंडी के व्यापारी हमारी उपज का उचित मूल्य देते हैं और यही पहचान के कारण प्रदेशभर मैं भाटापारा कृषि उपज मंडी का नाम सबसे पहले नम्बर पर लिया जाता है ၊ वर्तमान में ग्रीष्मकालीन उपज का बम्फर आवक लगातार पीछले डेढ़- दो महिनो से बना हुआ है जिसकी नीलामी सुचारू रूप से हो सके ऐसी व्यवस्था मंडी प्रशासन द्वारा करने के प्रयास किया जा रहा है ၊ वर्तमान मे प्रतिदिन लगभग बीस हजार कट्टा धान की आवक बनी हुई है , ग्रीष्मकालीन कृषि उपजों का रिकार्ड तोड आवक के चलते मंडी प्रांगण छोटा पड जाने के कारण प्रांगण मे पहले से ढेर किये गये कृषि उपजों के नीलामी के पश्चात उठाव होने के बाद ही दूसरे किसानों को जगह दिया जाता है , जबकि मंडी प्रशासन का यही प्रयास रहता है की किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो ၊ प्रदेश स्तर का सबसे बडा कृषि उपज मंडी होने के कारण किसानों , व्यापारियों , कृषक प्रतिनिधीयों के साथ-साथ मंडी में कार्यरत रेजा हमाल एवं मंडी के कर्मचारियों सहित व्यापारियों और आढ़तिया के मुंशी आदि लोगों को मिलाकर मंडी प्रांगण मे प्रति दिन हजारों संख्या में भीड़ बना रहता है, जिनके बीच कुछ उपद्रवी तत्व शामिल होकर मौका का फायदा उठाते हुये मंडी का माहौल खराब करने के लिये लगातार प्रयास रत है जबकि मंडी मे लगातार रिकार्ड तोड आवक बनने के कारण थोडी अव्यवस्था बनी हुई है इस अव्यवस्था का फायदा उठाते हुये मंडी से संलग्न कुछ स्वार्थी तत्व सुचारू व्यवस्था बनाये रखने के बजाये मंडी के व्यवस्था को प्रभावित कर अपने निजी स्वार्थ साधने मे लगे हुये है ၊ इस व्यवस्था को बनाने के लिए कभी-कभी मंडी प्रशासन को पुलिस बल का भी सहयोग लेना पड़ता है ၊ कृषि उपज मंडी में बैठे कुछ स्वार्थी तत्व के लोग अपने मन मुताबिक काम करना चाह रहे हैं ,मंडी में वर्षों से एक ही जगह पर बैठे कर्मचारी मंडी सचिव के प्रति नराजगी व शिकायत दर्ज कराने के उद्देश्य को लेकर सामूहिक स्थानांतरण का आवेदन मंडी के एमडी को दे चुके है,अपने स्वार्थों के सिध्दि ना हो पाने के कारण उनके पदस्थापना के पश्चात से ही लगातार कुछ अप्रिय स्थिति निर्मित कर मंडी सुचारू रुप से ना चल सके व मंडी सचिव डर व सहम कर व मानसिक रुप से परेशान होकर अपना तबादला स्वयं करा लेवे ऐसे परिस्थिति निर्मित करने का प्रयास भी किया जा रहा है ।

जबकि कृषि उपज मंडी से जुडे व्यापारी ,किसान, कृषक प्रतिनिधी ,मुंशी आदि सभी मंडी सचिव के व्यवस्थित व अनुशासनात्मक कार्य प्रणाली से संतुष्ट है ၊गौरतलब है कि प्रदेश स्तर के सबसे बडी मंडी मे ग्रीष्मकालीन कृषि उपजो के बम्फर आवक को देखते हुये व मंडी प्रांगण मे जगह तत्काल उपलब्ध ना हो पाने के स्थिति को भापते हुये किसानो से पुछने पर किसानों ने अपने स्व विवेक का परिचय दिया , पूछे जाने पर ग्राम चक्रवाय के किसान मंगल लहरे , अनुज शोरी, सम्बलपुर के दिलहरण साहू , कुशल यादव , कुलीपोटा के गणपत ध्रुव, अमलडीहा के दयालू साहू, लिमतरा के राकेश और ग्राम सिनोधा के सुरेश वर्मा ने कहा की आवक के कारण ऐसे स्थिति निर्मित हो गई है , आने वाले बरसात के मौसम को देखते हुए हमें अपने फसल जल्द से जल्द बेचना चाह रहे हैं लेकिन स्थिति को देखते हुए हमें धैर्य रखना होगा , और अपनी बारी का इंतजार करना होगा ၊

कृषि उपज मंडी भाटापारा का भाव :

धान मोटा महामाया 1460 से 1732 , श्रीराम - 22502 से 2495 , एचएमटी - 2000 से 2271 , , उन्हारी : चना - 4045 से 4528, तिवरा- 3150 से 3360 , मसूर - 5950 से 6255, बटरी - 3400 से 3615 , गेहूं - 1950 से2045 , 

भाटापारा कृषि उपज मंडी में धान की आवक 13000 से 15000 कट्टा की रही ,जबकि उन्हारी का आवक 800 से 1000 कट्टा की रही ၊

No comments